वृंदावन स्थित जयपुर मंदिर 1917 में जयपुर के महराज द्वारा बनवाया गया एक प्रमुख मंदिर है। इसे बनाने में 30 साल से भी ज्यादा का समय लगा था और कई हजार लोगों ने काम किया था। ऐसा कहा जाता है कि महाराज ने खुद साल दर साल इसके निर्माण और संरचना का निरीक्षण किया था।
शहर के बीचों बीच स्थित बलुआ पत्थर से बने इस मंदिर में खूबसूरत नक्काशी की गई है। इसके चट्टान से बने खंभों पर गढ़े हुए संगमरमर पुराने भारतीय वास्तुशिल्प कौशल का बेहतरीन नमूना है। मंदिर का विशाल वेदी श्री राधा-माधव, आनंद-बिहारी, हंस-गोपाल जैसी कई देवियों को समर्पित है।