गुजरात के स्थापना दिवस के अवसर पर देश भर से बधाईयां मिल रही हैं। आइये एक नज़र पर्यटन की दृष्टि से गुजरात को देखते हैं...
Ajay Mohan
महागुजरात आंदोलन की सफलता के रूप में 1 मई 1960 को गुजरात की स्थापना हुई। इस राज्य को बॉम्बे स्टोट से अलग करके बनाया गया।
1 मई 1960
2018 के आंकड़ों के अनुसार हर साल गुजरात में 54 मिलियन यानि कि 5.4 करोड़ सैलानी गुजरात घूमने आते हैं।
पर्यटन
इतिहास
भारत का पहला बंदरगाह गुजरात के लोथल में स्थापित किया गया था। वो भी हड़प्पा काल में।
गुजरात एक मात्र ऐसी जगह है, जहां पर एशियाई शेर पाए जाते हैं।
स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के पास बना सरदार सरोवर बांध विश्व का दूसरा सबसे बड़ा कॉन्क्रीट डैम है। इससे बड़ा ग्रांड कूली डैम, कोलंबिया, यूएस में है।
गुजरात में इंडियन वाइल्ड ऐस सेक्चुरी पूरी पृथ्वी पर एक मात्र जगह है, जहां पर विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुके जंगली खच्चर पाये जाते हैं, जिन्हें खुर भी कहा जाता है।
ब्रिटिश की ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहला कदम सूरत में 1818 में रखा था और यहीं से वे पूरे राज्य को नियंत्रित करते थे।
16वीं सदी में डच, फ्रेंच, अंग्रेज और पुर्तगालियों ने यहां के तटीय इलाकों में अपने बेस स्थापित किए।
भारत की पहली सी-प्लेन सेवाएं गुजरात में शुरू हुई। यह यातायात नर्मदा जिले को साबरमती रिवर फ्रंट से कनेक्ट करता है।
भारत में निजि घरों की बात करें तो वडोदरा का लक्ष्मी विलास पैलेस देश का सबसे बड़ा निजि मकान है, जो लंदन के बकिंघम पैलेस का चार गुना है।