चौसठ खंभा निजामुद्दीन में स्थित एक समाधि है, जिसका निर्माण 1623-24 में मुगल बादशाह जहांगीर के शासनकाल में मिर्जा अजीज कोका के द्वारा करवाया गया था। मिर्जा अजीज बादशाह अकबर की दाई जिली अंगा और अतागा खान के बेटे थे। अतागा खान जहां अकबर के प्रधानमंत्री थे, वहीं मिर्जा अजीज कोका जहांगीर के शासनकाल में गुजरात के गवर्नर थे और वह अपने लिए एक मकबरा बनाना चाहते थे।
चौसठ खंभ शुरु-शुरु में एक हॉल हुआ करता था, लेकिन बाद इसने मकबरे की शक्ल ले ही। वर्गाकार आकार में बनी यह इमारत पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बनी है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, इसमें कुल 64 खंभे और 25 खंड हैं। सपाट छत वाले इस मकबरे को एक धरोहर घोषित कर दिया गया है। चौसठ खंभा निजामुद्दीन बस्ती के भीड़-भाड़ इलाके में स्थित है, जो कि हजरत निजामुद्दीन औलिया का घर भी है।