इस झरने का नाम यहाँ पर पाये जाने वाले बिना सिंगों वाले हिरन पर रखा गया है। जिसे यहाँ के लोग "बरक" कहते है। यह अगुम्बे से ७ कि.मी दूर है और इसके ऊंचाई 850 फीट है। इसका स्रोत सीता नदी से होता है। पर्यटक किसी भी वाहन के द्वारा या ट्रैकिंग करते यह तक पहुँच सकते हैं। यहाँ के पश्चिम घाटों में कई प्रकार के पैड पौधे और जडीबुटियाँ पाई जाती है। बरकना व्यु पॉइंट से आप यहाँ के पश्चिम घाटों को बहुत अच्छी तरह देख पाएंगे। यहाँ पाया जाने वाला गुरूजी पौधा प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। यह 7 सात साल में एक बार खिलता है, और इसका खिलना सूखे की शुरुवात मानी जाती है। इस झरने को सर्दियों में देखना चाहिये।