नाघबल, अनंतनाग जिले का एक प्रसिद्द हिंदू धार्मिक केंद्र है। यहाँ पहुँचने पर पर्यटकों को एक पवित्र झरना दिखता है जो एक पहाड़ी के नीचे से निकलता है। इस झरने को भगवान विष्णु के सामान माना जाता है जिन्हें अनंत भी कहा जाता है। नाघबल के परिसर में एक बड़ा कुंड और चिनार के छायादार पेड़ हैं। कुंड के अंदर जो मछलियां हैं उन्हें पवित्र माना जाता है।
इस झरने के बाईं ओर एक छोटा जीर्ण मंदिर देखा जा सकता है। इस मंदिर का निर्माण कश्मीर के दूसरे डोगरा शासक महाराजा रणबीर सिंह के शासनकाल में हुआ। यद्यपि यह मंदिर जीर्ण अवस्था में है, भक्त यहाँ अनंत भगवान की मूर्ति देख सकते हैं।
नाघबल के परिसर में एक अन्य स्थान शिवजी का मंदिर है। यह धार्मिक स्थान इस परिसर का सबसे पुराना मंदिर है जिसका निर्माण 1885 से 1925 के बीच महाराजा प्रताप सिंह के शासन काल के दौरान हुआ। इन हिंदू धार्मिक स्थानों के अलावा सीख धर्म के लोगों के लिए यहाँ एक गुरुद्वारा भी है। यहाँ सल्फर (गंधक) का एक झरना है जिसके औषधीय गुण त्वचा की सभी प्रकार की बीमारियों में उपयोगी है।