आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्र में बेंगलुरु से करीब 21 किमी दूर है। इसकी स्थापना 1981 में श्री श्री रवि शंकर ने की थी। इस आश्रम को बनाने का मकसद था कि एक तनावमुक्त और हिंसा मुक्त समाज का निर्माण किया जाए। आज इस आश्रम का संदेश 150 देशों के 300 मिलियन से भी ज्यादा लोगों तक पहुंच रहा है।
हालांकि इसका मुख्यालय आज भी बेंगलुरु में ही है। इस संस्था में कई तरह की गतिविधियां होती हैं। यहां लोगों को तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए योगा और ध्यान के वर्कशॉप का आयोजन किया जाता है। आज इनके कार्यक्रम पूरे विश्व में चर्चित हो गए हैं।
समय के साथ-साथ इस आत्मिक और सामाजिक संस्थान ने मानवतावादी प्रोजेक्ट के जरिए अपना विस्तार किया है और यह कोंगो जैसे कई संगठनों का सदस्य भी है। इस संस्था में आर्ट ऑफ लिविंग और मेडिटेशन को कोर्स भी कराया जाता है। अगर आप बेंगलुरु जा रहे हैं तो कुछ दिन इस आश्रम में जरूर गुजारिए।