पार्वती गुफा की यात्रा के बाद आप भोज के रॉयल पैलेस के अवशेषों को देखने जा सकते हैं। लगभग पूरा महल नष्ट हो चुका है केवल नींव बची हुई है। यद्यपि महल अपने पूर्ण स्वरुप में मौजूद नहीं है पर इसकी बुनियाद, देखने वालों को अतीत में इसके संभावित शौर्य के संकेत देती है।
यह परिसर, केंद्र में इसके आँगन के साथ ग्रिड के रूप में बनाया गया था। वास्तु ग्रंथों के अनुसार इस स्थान के अभिविन्यास की योजना का श्रेय राजा भोज द्वारा दिए गए शीर्षक ‘समग्रआंगनसूत्रधारा’, को जाता है। चट्टानी तल पर अपने नक़्क़ाशीदार खंड और अंकित भित्तिचित्रों के साथ यह महल दर्शनीय है। आप ग्यारहवीं शताब्दी से यहाँ रखे गए खेलों के चित्र देख सकते हैं जो आपको शाही मनोरंजन की समझ देते हैं।