खोह रामहाह को लोकप्रिय रूप से पिलर रॉक या मोहट्रॉप के नाम से जाना जाता है और यह चेरापूँजी का लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। इस पत्थर की माप और आकृति एक विशालकाय शंकु होने के कारण इसे आश्चर्यजनक बनाती है।
लोककथाओं के अनुसार, खोह रामहाह शैतानी आत्मा की शंकु के आकार की डलिया का जीवाश्म है। हलाँकि इस स्थान पर केवल यही नहीं है। पत्थरों के बीच से बहती धाराओं के खूबसूरत झरने बनने के दृश्य के साथ-साथ पास के बाँग्लादेश के मैदानी इलाकों का दृश्य भी शानदार दिखता है। मैदानी भागों से उठते बादल पत्थरों के बीच से जब गुजरते हैं तो इस स्थान की सुन्दरता में चार चाँद लग जाते हैं।
पत्थरों के पास से तो इतना ही दिखता है लेकिन चेरापूँजी की पास की सड़कों पर यात्रा करते समय पत्थर के दूसरी ओर भी देखा जा सकता है।
खोह रामहाह तक पहुँचने के लिये शिलाँग से पर्यटक वाहनों को किराये पर लेना ही बेहतर होता है।