दिल्ली मेट्रो एक नवीनतम तकनीक है जो जनता के लिए परिवहन को आसान बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लायी गयी है। दिल्ली की व्यस्त सड़कों पर दिल्ली मेट्रो के कारण लोगों को सफ़र तय करने में काफी आसानी हो गयी है।
हालांकि दिल्ली मेट्रो का निर्माण 1998 में शुरू कर दिया गया था , पर पहला रेलवे लाइन जो की लाल रेखा (रेड लाइन) के रूप में जाना जाता है 2002 में खोला गया। इसके बाद जल्द ही अन्य लाइन जैसे येलो लाइन, ब्लू लाइन, ग्रीन लाइन और वायलेट लाइन भी लाये गए।दिल्ली मेट्रो का परिचालन समझना एक अनपढ़ तक के लिए भी आसान हैं। संग्रहीत मूल्य स्मार्ट कार्ड प्रणालीयात्रियों के लिए पुनर्भरण और हर यात्रा के शुरू और यात्रा के अंत में कार्ड का उपयोग करना आसान बनाता है। ट्रेन घोषणाएं और अन्य सूचना प्रणाली हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कार्य करते हैं।
यह विश्व स्तरीय मेट्रो प्रणाली इसके परिष्कृत और आधुनिक ट्रेन नियंत्रण प्रणाली से आम जनता की सुरक्षा और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करता है। वातानुकूलित डिब्बे यात्रा को आसान बनाते हैं और स्वचालित किराया संग्रह प्रणाली टिकट और यात्री नियंत्रण के बहोत काम आता है। मेट्रो स्टेशनों के लिए प्रवेश और निकास प्रालंब दरवाजे के द्वारा नियंत्रित किये जाते हैं, और जनता की सुविधा के लिए दोनों पक्षों पर एस्केलेटर हैं।
दिल्ली में परिवहन की यह सुविधाजनक मोड देश में अपनी तरह का एक ही है। यदि आप राजधानी जाएँ, तो सुनिश्चित करें कि आप दिल्ली मेट्रो के सफ़र का आनंद अवश्य उठाएं।