क्या आपने शौचालय के एक संग्रहालय के बारे में सुना है? खैर, दिल्ली एक ऐसी जगह है जहाँ शौचालय के विकास के लिए समर्पित संग्रहालय है। इस संग्रहालय को सुलभ इंटरनेशनल नामक संस्था द्वारा चलाया जाता है, जो अपने आदर्श वाक्य को जनता को बताते हैं इस संस्था का मुख्य उद्देश्य लोगों को शौचालय के इतिहास से रु-ब-रु कराना और उनमें जागरूकता लाना है।
इस संग्रहालय में तथ्यों, चित्र और वस्तुओं, घटनाओं, कालक्रम में शौचालयों के विकास के वर्णन का एक दुर्लभ संग्रह है। यहाँ आने पर आपको बर्तन कक्ष, शौचालय फर्नीचर, और पानी के नल जो आज से 2500ईसा पूर्व (इस्तेमाल होते थे) के अलावा आज इस आधुनिक युग में इस्तेमाल होने वाले सामान यहाँ दिखेंगे।
यह संग्रहालय डॉ. बिन्देश्वर पाठक द्वारा स्थापित किया गया है, जो सुबह 10:30 से शाम 17:30 तक खुलता है बिन्देश्वर पाठक का मानना है की ऐसा करके वो लोगों को शिक्षित कर रहे हैं। यहाँ आकर आप शौचालय और उनके डिजाइन, स्वच्छता, आदि के विकास में प्रवृत्तियों में जानकारियाँ ले सकते हैं ये संग्रहालय रविवार को बंदरहता है।