पश्चिम बंगाल में स्थित दीघा लंबे समय से कोलकाता, खड़गपुर और आसपास के दूसरे शहरों के लोगों के लिए वीकेंड बिताने का स्थान रहा है। दीघा कोलकाता और खड़गपुर से करीब है और सड़क व रेल मार्ग के जरिए यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है।
नया समुद्रतट
दीघा टूरिज्म अथॉरिटी ने मूल समुद्रतट से करीब दो किमी दूर एक नए समुद्रतट को विकसित किया है, जो बड़ा और बेहतर होने के साथ-साथ सभी सुविधाओं से लैश है। मूल समुद्रतट की तरह यहां ठंड के समय ज्यादा संख्या में पर्यटक नहीं आते हैं।
छुट्टियां बिताने का स्थान
एक खूबसूरत शाम बिताने के लिए दीघा का समुद्री किनारा बेहतरीन विकल्प है। समुद्रतट के आसपास कई सारे ढाबे बेहतरीन सीफूड के लिए जाने जाते हैं। दीघा घूमने के दौरान रहने और खाने में कुछ ही हजार रुपयों का खर्च आता है। दीघा समुद्रतट के आसपास केजुआरीना के पेड़ बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं। पुराने समुद्रतट से नए समुद्रतट तक जाने वाले रास्तों में ऐसे पेड़ बड़ी संख्या में लगे हुए हैं, जिससे समुद्र का नजारा और भी विहंगम हो उठता है। दीघा के पास भगवान शिव को समर्पित एक मंदिर भी है।
दीघा और आसपास के पर्यटन स्थल
दीघा के अन्य आकर्षणों में जनपुट, शंकरपुर, सुवर्णरेखा नदी, तलसारी और मंडरमानी शामिल है। अगर आप बच्चों के साथ सपरिवार दीघा घूमने जा रहे हैं, तो समुद्रतट की भीड़—भाड़ से दूर मरीन एक्वेरियम एंड रिसर्च सेंटर में आप एक अच्छी शाम बिता सकते हैं। दीघा साइंस सेंटर बच्चों के पसंद की एक और जगह है।
दीघा में शॉपिंग
समुद्रतट के आसपास दुकानें लगी हुई हैं। यहां से आप कुछ अच्छे भोजन, कोल्ड बेवरिज और सस्ती स्थानीय चीजें खरीद सकते हैं। दीघा में हर उम्र के लोगों के लिए कुछ न कुछ है। दीघा का सबसे बड़ा आकर्षण इसका कम खर्चीला होना और निकटता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका वीकेंड कैसा है, अगर आप कोलकाता या खड़गपुर के नजदीक कहीं छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो दीघा से बेहतर स्थान दूसरा नहीं हो सकता।
कैसे पहुंचें
सड़क और रेल मार्ग से दीघा अच्छे से जुड़ा हुआ है। यहां का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कोलकाता में है।
घूमने का सबसे अच्छा समय
दीघा घूमने का सबसे अच्छा समय ठंड का होता है। पर इस दौरान वीकेंड में यहां बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।