झारग्राम पश्चिम बंगाल का एक दक्षिणी शहर है तथा इसका वर्णन करने के लिए शांति शब्द अति उपयुक्त है। यह हरे भरे जंगलों और लाल मिट्टी में स्थित है तथा यहाँ की यात्रा कुछ ज्यादा खर्चीली भी नहीं है। यहाँ के जंगलों में मुख्य रूप से साल और महुआ के वृक्ष पाए जाते हैं।
इस शहर में कुछ ऐतिहासिक मंदिर और महल हैं जो यहाँ के तत्कालीन राजस्व और स्थानीय लोगों का मिश्रण दर्शाते हैं जो पारंपरिक बंगाली संगीत और नृत्य का आनंद उठाते हैं। झारग्राम पर्यटन अधिकांश रूप से ऐसे पर्यटकों पर निर्भर करता है जो शुद्ध और पवित्र स्थान की खोज में होते हैं। यह बेलपहारी और कंकरझोल श्रेणियों के बीच स्थित है जो किसी भी फोटोग्राफर के स्वप्न कैनवास की तरह है।
झारग्राम में तथा इसके आसपास पर्यटन स्थल
झारग्राम अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के अलावा धार्मिक स्थानों के लिए भी प्रसिद्ध है। झारग्राम में स्थित भगवान शिव का उमापति मंदिर एक प्रसिद्ध मंदिर है। कुरुम्बेरा किले का निर्माण शायद 14 वीं शताब्दी में हुआ था। यहाँ उड़िया भाषा में लिखे हुए शिलालेख हैं तथा यह पुरातात्विक महत्व का स्थान है।
पर्यटन के अन्य आकर्षणों में आलमपुर, देवी दुर्गा का कनक मंदिर, डियर पार्क (हिरन उद्यान), जंगल महल और साबित्री का मंदिर शामिल हैं। इस स्थान की सैर के लिए दुर्गा पूजा और काली पूजा का समय आदर्श समय है क्योंकि इस समय पूरे स्थान को विभिन्न रंगों, प्रकाशों से सुसज्जित किया जाता है।
सप्ताहांत का सैरगाह
झारग्राम कोलकाता से 172 किमी. की दूरी पर स्थित है जो शहर की भीडभाड़ से दूर एक अच्छा गंतव्य है। यहाँ अनेक होटल और लॉज हैं जिन पर पैसे खर्च किये जा सकते हैं।
झारग्राम कैसे पहुंचे
झारग्राम के आसपास घूमने के लिए आप किराये की कार ले सकते हैं या अपनी स्वयं की कार द्वारा भी यहाँ पहुँच सकते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि आप अपना स्वयं का वाहन लेकर जाएँ क्योंकि स्थानीय परिवहन सुविधाएं बहुत विश्वसनीय नहीं है।
झारग्राम की सैर के लिए उत्तम समय
झारग्राम की सैर के लिए ठंड का मौसम सबसे उत्तम होता है।