हरिके वेटलैंड, फिरोजपुर - अमृतसर बॉर्डर पर लगभग 86 किमी. के क्षेत्रफल में बसा हुआ है। इसकी अतंरराष्ट्रीय अपील के कारण, इस आर्द्रभूमि को एक वन्यजीव अभयारण्य घोषित कर दिया गया। इस जमीन को भी यूएनडीपी के तहत, 1990 में इंटरनेशनल बॉडी ऑफ वेटलैंड द्वारा एक रामसागर का दर्जा दिया गया।
इस वैटलैंड में कई पक्षी और चिडियां रहती है। यहां कई प्रवासी पक्षी भी आते है, साइबेरिया और आर्कटिक से भी काफी पक्षी यहां आते है। विगेन, शोवेलर, कॉमन टील, पिनटेल और ब्राहिमेन डक को भी यहां देखा जा सकता है। यहां स्थित झील, क्रेस्ड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड और टफ्ड डक के लिए काफी प्रसिद्ध है।
पर्यटक यहां आकर 7 प्रकार के कछुए और 26 प्रकार की मछलियां देख सकते है। स्तनधारी जीव जैसे - भारतीय ऊद, भारतीय जंगली सुअर, जंगली बिल्ली, सियार और नेवला आदि भी यहां आसानी से देखे जा सकते है।