पांडव गुफा महाभारत काल की है। पर्यटक गंगोत्री से पैदल चलकर यहां पहुँच सकते हैं। गंतव्य से इस स्थान की पैदल दूरी 1.5 किलो मीटर है। मान्यताओं के अनुसार, महाकाव्य ‘महाभारत‘ के राजाओं एवं योद्धाओं अर्थात पांडवों ने कैलाश जाते समय इस स्थान पर तपस्या की थी।