माया देवी मंदिर हरिद्वार में एक प्रसिद्ध धार्मिक केद्र है। यह 52 शक्तिपीठों में से एक है जो हिंदू देवी सती या शक्ति द्वारा पवित्र किया गया भक्ति स्थल है। यह मंदिर हिंदू देवी अधिष्ठात्री को समर्पित है एवं इसका इतिहास 11वीं शताब्दी से उपलब्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी सती ने अपने पिता द्वारा अपने पति भगवान् शिव का अपमान किये जाने पर जीवन का बलिदान दिया था।
सती की मृत्यु से भगवान् शिव इतने दुखी हुए कि उन्होंने देवी के शरीर को कैलाश पर्वत पर ले जाने का निश्चय किया। ऐसा करते समय देवी के शरीर के हिस्से अलग अलग स्थानों पर गिरे। वे सभी स्थान जहाँ शरीर के भाग गिरे एक शक्तिपीठ बन गया। ऐसा माना जाता है कि आज यह मंदिर जहाँ खड़ा है वहां देवी की नाभि एवं ह्रदय गिरे थे। इस मंदिर में कई भक्त प्रार्थना करने के लिए आते हैं।