इसको गाँव अपने शैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध है जो कहा जाता है कि मध्य पाषाण युग की हैं। पुरातत्वविदों ने इस स्थान की खुदाई की और पाया कि इस क्षेत्र में एक प्राचीन सभ्यता रहती थी और ये पेंटिंग्स 10,000 वर्ष पुरानी है। चट्टानों पर विभिन्न देवी देवताओं के रूपांकन देखे जा सकते हैं।