हैदराबाद के पास रंगरेड्डी जिले में स्थित दुर्गम चेरुवू एक ताजे पानी का झील है। इसी गुप्त झील भी कहते हैं, क्योंकि यह जुबली हिल्स और माधापुर क्षेत्र में काफी छुपा हुआ है। हैदराबाद के लोगों में इस झील का ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि कुतुब शाही वंश के दौरान गोलकुंडा किले के आसपास रहने वाले लोगों को इस झील के जरिए पीने का पानी उपलब्ध होता था। साथ ही किसान झील के पानी का इस्तेमाल सिंचाई के उद्देश्य से करते थे।
2001 में सरकार ने झील और इसके आसपास के क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया। जल्द ही इस झील ने मछली मारने की जगह के रूप में ख्याति हासिल कर ली। इसे पर्यटन स्थल का रूप देने के लिए यहां कई लाइट लगाने के साथ-साथ रॉक गार्डन, तैरता हुआ झरना और मानवनिर्मित वाटरफॉल बनवाए गए। आज यहां आप ट्रेकिंग, रॉक क्लाइंबिंग और रेपलिंग का आनंद ले सकते हैं।