स्थानीय लोगों द्वारा उसमान सागर झील को गांदीपेट कहा जाता है। हुसैन सागर की तरह ही यह भी एक मानवनिर्मित झील है। इसे मूसी नदी पर बनाए जा रहे एक बांध के निर्माण के दौरान बनवाया गया था। इस झील को 1920 में बनवाया गया था और तब से लेकर आज तक यह हैदराबाद और आसपास के गांवों को पीने का पानी मुहैय्या कराता रहा है।
साथ ही यह झील शहर को बाढ़ से भी बचाता है। 1908 में आए एक बाढ़ में यह शहर करीब—करीब तबाह हो गया था। इस झील को हैदराबाद के आखिरी निजाम उसमान अली खान के शासन काल में बनवाया गया था और उन्हीं के नाम पर इस झील का नामकरण हुआ।
झील के पास एक भव्य और शाही गेस्ट हॉउस बना हुआ है, जो कि गर्मी के समय उसमान अली खान का निवास स्थान हुआ करता था। हालांकि अब यह एक धरोहर बन चुका है, जहां से झील का विहंगम नजारा देखने को मिलता है। शाही गेस्ट हॉउस का इस्तेमाल फिलहाल लक्जरी रिसॉर्ट के तौर पर किया जा रहा है।