ऋषभदेव मंदिर मूल सागर के तट पर स्थित है और प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव को समर्पित है। यह मंदिर अपनी सुंदर राजस्थानी स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर का निर्माण 16 वीं सदी में हुआ था। मंदिर की खुदी हुई चित्रशैली समग्र दृश्य के आकर्षण को बढ़ाती है।