सलीम सिंह की हवेली जैसलमेर रेलवे स्टेशन के करीब स्थित है। इस खूबसूरत इमारत को सलीम सिंह के द्वारा 1815 ई0 में बनाया गया था। इसे जहाजमहल भी कहा जाता है क्योंकि इसके सामने का हिस्सा एक जहाज की तरह दिखता है। इमारत की छत धनुषाकार और नीले कपोलों के साथ ढकी हुई है। पर्यटक नक़्क़ाशीदार कोष्ठकों से सजी छत, जो एक मोर जैसी दिखती है, को देख सकते हैं।
सलीम सिंह की हवेली के पूरा होने के बाद ही मेहता परिवार इसमें रहने लगा था। इस इमारत में 38 बाल्कनी हैं जिनका डिजाइन एक दूसरे से पूरी तरह अलग है। इमारत का प्रवेश द्वार कई हाथियों द्वारा संरक्षित है। पर्यटक जैसलमेर शहर से रिक्शे के द्वारा इस हवेली तक पहुँच सकते हैं।