क्षत्रिय कुण्ड ग्राम को जैन धर्म के 24वें तार्थांकर भगवान महावीर की जन्मस्थली होने के कारण पवित्र माना जाता है। यहाँ घूमने के लिये सबसे महतवपूर्ण स्थान भगवान महावीर का मन्दिर है। इस मन्दिर के अलावा गाँव के दक्षिण में 15 किमी की दूरी पर स्थित लच्छौर नाम का एक...
जैन मन्दिर धर्मशाला मुख्यतः जैन तीर्थयात्रियों के लिये सबसे बड़ी धर्मशाला है। आप यहाँ क्षत्रिय ग्राम कुण्ड की तरफ जाते समय हो सकते हैं जो कि जमुई जिले के सबसे बड़े पर्यटक आकर्षणों में से एक है। धर्मशाला के अन्दर ही भगवान महावीर का विशाल मन्दिर है। भौगोलिक रूप से...
काली मन्दिर जमुई रेलवे स्टेशन के बहुत नजदीक है। यह स्थान मुख्यतः हर साल आयोजित होने वाले एक बड़े मेले काली मेले के लिये जाना जाता है।
सिमुलतल्ला हिल स्टेशन मुख्यतः अपने प्रकृतिक सुन्दरता और सुहावने मौसम के लिये जाना जाता है। भारतीय पौराणिकता के अनुसार महान सन्त श्री राम कृष्ण परमहंस का साधना स्थल या तपोभूमि के रूप में यह बेहतर जाना जाता है। यहाँ के महान परिदृश्य और मनमोहक प्रकृतिक सुन्दरता आपको...
मिन्टो टॉवर का निर्माण गिद्धौर के शासक द्वारा तत्कालीन ब्रिटिश वायसराय लार्ड इरविन के स्वागत के लिये बनवाया गया था। टॉवर का आधुनिक भारतीय इतिहास में ऐतिहासिक महत्व है और यह शहर के केन्द्र बिन्दु को दर्शाता है। जमुई –झज्झा राजकीय राजमार्ग पर जाते समय यह टॉवर...
पटनेस्वर मन्दिर क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध भगवान शिव के मन्दिरों में से एक है। किंवदन्ती के अनुसार यह मन्दिर पूर्व में गोस्वामी परिवार का निवास था। एक दिन गोस्वामी ने जंगलों में कुछ चमकता देखा, पास जाकर देखने पर उन्हें एक शिवलिंग मिला। बाद में 1711 ई0 में मन्दिर का...
हज़रत ख़ान गाज़ी दरगाह जमुई के पास अमरत शरीफ में स्थित है।
जैसे कि नाम से प्रतीत होता है चन्द्रशेखर सिंह संग्रहालय का नाम चन्द्रशेखर सिंह के नाम पर रखा गया है और 16 मार्च 1983 को स्थापित किया गया था। चन्द्रशेखर सिंह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के जाने माने नेता थे और 1983 से 1985 के मध्य बिहार के मुख्यमन्त्री रहे थे।...
कुमार ग्राम मूलतः नेतुला थान नाम की देवी का मन्दिर है। यह हिन्दुओं और जैन दोनों के लिये तीर्थ स्थान है। यह सिकन्दरा ब्लॉक में स्थित है।
सुग्गी कायस्थ परिवार का निवास स्थान है और जमुई से 10 से 12 किमी की दूरी पर स्थित है। यह स्थान यहाँ पर स्थित शिव मन्दिर और दुर्गा मन्दिर के लिये प्रसिद्ध है।
गिद्धेशवर मन्दिर को स्थानीय रूप से शिव मन्दिर के रूप में जाना जाता है। यह स्थान जमुई के दक्षिण में 15 किमी की दूरी पर है। बड़ी-बड़ी चट्टानों पर स्थित यह भगवान शिव का सुन्दर मन्दिर है। लोककथाओं के अनुसार रावण और जटायु के बीच अविस्मरणीय लड़ाई यहीं हुई थी। शिवरात्रि...