जोवाई, मेघालय के बढ़ते औद्योगिक शहरों में से एक है। यह जैंतिया हिल्स जिले का जिला मुख्यालय है और यहां बहुतायत में पनार जनजाति निवास करती है। जोवई, माइंटडू नदी से तीन किनारों पर घिरा एक खूबसूरत शहर है और इसके चौथे सिरे पर बांग्लादेश की सीमा लगती है।
एक पठार पर स्थित, जोवाई, समुद्र स्तर से 1380 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहां की जलवायु सुखद और शांत है। जयंतिया हिल्स, खनिजों से समृद्ध है और जोवाई के आसपास कई कोयला खानें भी स्थित है। इस प्रकार इस स्थल की अर्थव्यवस्था कोयला खानों से विकसित होती है।
जोवाई और उसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित पर्यटन स्थल
जोवाई में पर्यटक सबसे ज्यादा यहां मनाएं जाने वाले त्यौहार में शामिल होने आते है। इस खास त्यौहार को बेहदीमखालम उत्सव कहा जाता है जिसे प्रत्येक वर्ष जुलाई के दूसरे सप्ताह में आयोजित किया जाता है। बेहदीमखालम उत्सव, पनार आदिवासी जनजाति के द्वारा की जाने वाली कर्मकांडी अभिव्यक्ति है। इसके अलावा, यहां के अन्य आकर्षण मानव निर्मित थाडलासेकिन झील, लालांग पार्क और जोवाई प्रेस्बिटेरियन चर्च है जो जोवाई के पर्यटन को और आकर्षित बनाते है।
जोवाई तक कैसे पहुंचे
जोवाई, मेघालय की राजधानी शिलांग से 65 किमी. की दूरी पर स्थित है। जोवाई तक पहुंचने के लिए पर्यटक, राज्य की राजधानी से एक पर्यटन वाहन या बोर्ड में बुकिंग करा सकते है जिनमें अंर्तगत वाहन थोड़े - थोड़े अंतराल के बाद चलते है। जो पर्यटक हवाई यात्रा करना चाहते है वह कोलकाता से उमरोई तक की उड़ान में सफर करें। हालांकि, यहां आने के लिए सबसे बेहतर विकल्प गुवाहटी एयरपोर्ट से होकर आना है।
जोवाई की सैर का सबसे अच्छा समय
जोवाई की सैर का सबसे अच्छा समय सर्दियों और गर्मियों के दौरान होता है। इस अवधि में पर्यटक बिना दिक्कत के सैर कर सकते है।