पश्चिमी गारो हिल्स मेघालय का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला जि़ला है जिसका जि़ला मुख्यालय तुरा है जो राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है।लगभग पूरा पश्चिमी गारो हिल्स जि़ला एक पहाड़ी क्षेत्र है, केवल किनारों पर मैदान है।3714 वर्ग कि.मी. में फैला हुआ पश्चिमी गारो हिल्स की सीमा उत्तर और उत्तर-पश्चिम में असम के गोलपाड़ा जि़ला, दक्षिण-पूर्व में दक्षिण गारो हिल्स जि़ला और दक्षिण में बांग्लादेश से जुड़ी है।
पश्चिमी गारो हिल्स में और इसके आसपास पर्यटन
पश्चिमी गारो हिल्स अपने बायोस्फीयर रिज़र्व, कई झरनों, झीलों और पहाडि़यों के साथ एक खूबसूरत देश है। पश्चिमी गारो हिल्स में उत्सुक ट्रैकर्स की विशेष हलचल रहती है क्योंकि यहाँ चढ़ाई के लिए कई पहाडि़याँ और नदियाँ हैं। मंत्रमुग्ध कर देने वाले कुछ स्थानों में तुरा नोकरेक बायोस्फीयर, चिबराग्रे पेल्गा झरना, रोंगबैंग डेयर आदि शामिल हैं। सासातग्रे गाँव संतरों के लिए प्रसिद्ध है जबकि तुरा प्राकृतिक नज़ारें देखने के लिए एक शानदार जगह है। रंगपानी और भैतबारी पुरातत्वविदों का केंद्र है।
गारोस गारो हिल्स में फैली हुई मुख्य जनजातियाँ हैं। गारोस तिब्बती-बर्मन के बोडो परिवार से संबंधित है। वे समाज में मातृवंशीय प्रणाली को मानने वाली भारत की दुर्लभ प्रजातियों में से एक है।
कैसे पहुँचे पश्चिमी गारो हिल्स
पश्चिमी गारो हिल्स का जि़ला मुख्यालय होने के कारण तुरा, जि़ले का मुख्य प्रवेश बिंदु है। तुरा गुवाहाटी से 222कि.मी. और शिलांग से 309कि.मी. दूर है। इस जि़ला मुख्यालय की रोड कनेक्टिविटी बहुत अच्छी है और पर्यटकों को तुरा के लिए आसानी से बस या टूरिस्ट वाहन मिल सकता है।
पश्चिमी गारो हिल्स का मौसम
मेघालय के निचले भाग में स्थित होने के कारण पश्चिमी गारो हिल्स की जलवायु सालभर गर्म रहती है। यहाँ 330 से.मी. की औसत बारिश होती है। दक्षिण पश्चिमी मानसून ओर मौसमी हवाओं के कारण इस जि़ले में भारी बारिश होती है। यहाँ सर्दियाँ सूखी और गर्मियाँ गर्म होती हैं।
पश्चिमी गारो हिल्स आने का सबसे अच्छा मौसम मानसून के बाद औेर सर्दियों के महीनों में होता है। बारिश रुकने के बाद तापमान और नमी कम हो जाते हैं। इसलिए, ट्रैकिंग और नज़ारें देखने के लिए यह सबसे अच्छा समय होता है। हालांकि फिर भी पश्चिमी गारो हिल्स आने पर हमेशा ऊनी कपड़े और बारिश से बचाव का सामान लाने की सलाह दी जाती है।