मानिया देवी मंदिर में मानिया देवी की प्रतिमा रखी गई है। चंदेल वंश के रक्षक के रूप में यह देवी काफी पूजनीय है। यह मंदिर पीर मुबारक शाह के तीर्थ स्थल के पास मदन सागर झील के किनारे पर स्थित है। पीर मुबारक शाह एक बुद्धिमान मुस्लिम था, जो 1252 में अरब से यहां आया...
जैसा कि नाम से ही साफ है, यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। महोबा जिले में गोरख या गुखार पर्वत के पास स्थित इस मंदिर में तांडव नामक नृत्य मुद्रा में भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा है। इस प्रतिमा को काले ग्रेनाइट के एक ही पत्थर से बनाया गया है। मंदिर के बगल में ही...
राहिला सागर सूर्य मंदिर सूर्य भगवान को समर्पित है। 9वीं सदी में बनाया गया यह तीर्थ स्थल राहिला सागर के पश्चिमी छोर पर स्थित है। इसे शक्तिशाली चंदेल शासक ने बनवाया था। चंदेलों ने 890 से 910 ईस्वी तक पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में शासन किया था। यह भव्य मंदिर इस...
चंडिका देवी को चंडी देवी के नाम से भी जाना जाता है। यह महिला शक्ति की देवी के रूप में काफी पूजनीय है। ऐसा माना जाता है कि यह देवी दानवों का नाश करती है और धर्मनिष्ठ व आस्था से भरे लोगों का उद्धार करती है। इस क्षेत्र में ऐसे दो मंदिर हैं, जो चंडिका देवी को समर्पित...
ककरामठ मंदिर महोबा जिले में भगवान विष्णु के मंदिर के पास मदन सागर झील में एक टापू पर बना है। हिंदू धर्म के नाथ विचारधारा के लोगों के लिए यह मंदिर आस्था का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। नाथ विचारधारा की स्थापना बाबा गोरखनाथ ने की थी, जो अपने शिष्यों के साथ गोरख पर्वत...
यह एक पक्षी अभयारण्य है, जो विजय सागर के किनारे स्थित है। विजय सागर एक झील है, जिसे 11वीं शताब्दी में मध्यप्रदेश के विजय पाल चंदेला ने बनवाया था। यह अभयारण्य शहर से पांच किमी दूर है और पक्षियों की कई प्रजातियों को अपनी ओर खींचता है। तैराकी और वाटर स्पोर्ट्स...
महोबा जिले का गोखार पर्वत बंदा शहर से करीब एक किमी और महोबा से 31 किमी दूर है। यह इस क्षेत्र का एक चर्चित पर्यटन स्थल है। इस पर्वत श्रृंखला पर ग्रेनाइट चट्टानों से कई खूबसूरत आकृतियों बनी हुई हैं। इसके अलावा यहां कई प्राकृतिक झरने और शानदार गुफाएं हैं। इन...