कंस किला यमुना नदी के तट पर बसा है। आज कल यह किला ध्वस्त स्थिति पर अपने समय में यह कृष्ण के मामा कंस का घर हुआ करता था। यह किला बड़े क्षेत्र में बना है और इसके दीवार काफी लम्बे। इस आकृति द्वारा हिन्दू और इस्लाम दोनों ही धर्म के वास्तुकला बनावट का बेहतरीन नमूना पेश करता है।
इसका कारण यह है कि इस यात्रा में यह किला कई हाथों से गुज़रा। कहा जाता है कि अम्बर के राजा मान सिंह ने 16वीं शताब्दी में इसको वापस नया बनवा दिया था जबकि जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह ने वहां पर एक वेधशाला बनवाई। हालांकि, आज वहां वेधशाला का कोई नामोनिशान भी नहीं है।