दक्षिणामूर्ति मंदिर, मयीलाडूतुरै शहर में स्थित है जो भगवान शिव को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर को एक शिक्षक के ज्ञान के रूप में देखा गया है। भगवान शिव को दक्षिणामूर्ति का स्वरूप मानकर पूजा जाता है। यह तमिलनाडु का सबसे विख्यात मंदिर है। दक्षिणामूर्ति का शाब्दिक अर्थ होता है जो दक्षिण की ओर देखे। प्रत्येक दक्षिणामूर्ति मंदिर में भगवान की मूर्ति दक्षिण की ओर ही होती है। इस मंदिर में स्थित मूर्ति में चार हाथ है जो एक बरगद के वृक्ष के नीचे स्थित है। मूर्ति वाले भगवान के हाथ में एक फ्लेम और दूसरे हाथ में सर्प है। उनके सीधे में हाथ सदैव गण मुद्रा में रहते है जो ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक होते है। यह पूरा मंदिर सिर्फ और सिर्फ, दक्षिणेश्वर भगवान को ही समर्पित है। इस मंदिर में पर्यटक दर्शन करने अवश्य आएं।