1714 के आरंभ में एक स्थानीय व्यवसायी द्वारा बनवाया गया सूरज कुंड हिंदू समुदाय का एक प्रसिद्ध स्थान है। इसके बीच में स्थित तालाब को पहले अबू नाला द्वारा भरा जाता था, पर बाद में इसे गंगा नहर के पानी से भरा जाने लगा। हिन्दुओं के लिए यह स्थान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां कई प्रचीन मंदिर पाए गए हैं।