सिलीगुड़ी से केवल आधे घंटे का सफर आपको दोआर के प्रवेशद्वार मोंगपोंग तक ले जाएगा, यह तीस्ता नदी के तट पर स्थित बंगाल का एक छोटा सा गांव है। यहां की तीस्ता नदी की घाटी और महानंदा अभयारण्य दो महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से हैं। मोंगपोंग की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को लुभाती है। इस स्थान में विशाल वन भंड़ार है, यहां की छोटी दुकानों में जरुरत की चीज़ें अनावृत ही बेची जाती है और वन विभाग द्वारा एक चेक पोस्ट स्थित है।
सवोके बाजार, तीस्ता नदी के तट पर स्थित एक छोटा सा बाज़ार है, जहां स्थानीय वस्तुएं बेची जाती हैं। यहां आप एक या दो स्मारिकाओं को पाने में सफल हो सकते हैं। तीस्ता नदी के ऊपर बना कोरोनेशन पुल, भले ही आधुनिक है, लेकिन गांव से विपरीत है।
मोंगपोंग की यात्रा की योजना बनाते समय, पहले ही अपनी योजना को अच्छी तरह से सुनिश्चित कर लें। यहां सरकारी वन्य विश्रामगृह है, लेकिन अक्सर यात्रियों से भरा रहता है। इस विश्रामगृह के अलावा, मोंगपोंग में कई सस्ते छोटे होटल भी हैं। सिलीगुड़ी के लिए या सिलीगुड़ी से नित्य कारों की सेवा उपलब्ध है।
वन्यजीव
पशु और पक्षी प्रेमियों को मोंगपोंग में आकर निराशा नहीं होगी, आप यहां चकवा, पिन्टेल बतख, खोयाहांस, पोचर्ड़, जंगली बत्तख़ जैसे वन्यजीवों की झलक प्राप्त कर पाएंगे। यहां कुछ पक्षी सर्दियों में लद्दाख और एशिया के अन्य स्थानों से विस्थापित होते हैं। इस क्षेत्र में बहुत बंदर हैं।
कैसे पहुंचें मोंगपोंग
मोंगपोंग सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा है। सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
मोंगपोंग जाने का सबसे अच्छा समय
सर्दियों के बाद का समय मोंगपोंग की सैर के लिए सबसे अच्छा है।
कैसे पहुंचें मोंगपोंग
मोंगपोंग सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा है। सिलीगुड़ी रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।