भगवान श्रीकृष्ण को कुंज बिहारी के रूप से भी जाना जाता है। कुंज बिहारी मंदिर शहर के बाहरी इलाके के शांत वातावरण राम बाग धाम के सामने स्थित है। यह 200 साल पुराना शिव जी का एक प्राचीन मंदिर है। हर वर्ष यहाँ भगवन शिव के भक्त आते है। विशेष रूप से त्योहारों के दौरान...
चंदौसी के शहर में ब्रहम बाज़ार के करीब स्थित बाबू राम और कल्लू हलवाई के पास ब्रहम देवी मंदिर है। यह भगवान कृष्ण और उनकी पत्नी राधा को समर्पित है। इसके इलावा यहाँ हनुमान जी, देवी काली और शिव परिवार की मूर्तियां है।
पातालेश्वर मंदिर एक छोटे से गाँव सदत्बदी जो लगभग 6 किलोमीटर बहजोई से दूर मुरादाबाद, आगरा राजमार्ग पर पढ़ता है। यहाँ भगवन शिव की पूजा होती है जो बहुत ही दयालु है और भक्तों की हर भेट को स्वीकार करते है। फिर चाहे वह दूध हो या भंग धतुरा।
इस क्षेत्र के निवासी,...
चंदौसी के राम भाग रोड पर स्थित प्रभु कृष्णा और उनकी पत्नी राधा का मंदिर है। जिसका नाम वेणु गोपाल मंदिर है। मंदिर की देख भाल करने के लिए कोई प्रबंधन समिति नहीं है सिर्फ एक पुजारी और उनका परिवार है जो मंदिर का स्वयं ख्याल रखते है। मंदिर में जन्माअष्टमी बहुत धूम धाम...
विदुर महाभारत काल के दौरान पूजनीय व्यक्तियों में आते थे। क्यों की यह सत्यवादिता, और निष्पक्षता के गुणों से परिपूर्ण थे। ये कहा जाता है की जब महाभारत का युद्ध शुरू होने वाला था तो पांडवों और कौरवों ने उनसे अनुरोध किया की वे उनके बच्चों और महिलाओं की देखभाल करे।
...दीनदयाल नगर के फेज 2 के पास श्री साईं करुणा धाम स्थित है। साई मंदिर शिर्डी के साईं बाबा के जैसा ही बनाया गया है। श्री साईं बाबा का मानना था की सबका मालिक एक है। और इनके पास रहस्यमय चिकित्सीय शक्तिया थी। मंदिर में शहर के सभी धर्मों के अनुयायियों के लिए एक पसंदीदा...
रामपुर में रेलवे क्रासिंग के पास स्थित प्रेम वंडरलैंड और प्रेम वाटर किंगडम बड़ा एंटरटेनमेंट काम्प्लेक्स है। यहाँ बच्चों के खेलने और सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए मनोरंजन के सभी साधन मौजूद है।
यहाँ पूरे परिवार के मनोरंजन के लिए कई साइट्स शामिल है।वाटर बलून...
चंदौसी में आर . आर .के . स्कूल के सामने शनि देवता का मंदिर स्थित है। इस मंदिर को काले रंग से रंगा गया है क्यों की यह शनि देव का मंदिर है। शनि देव ने काले वस्त्र हाथ में तलवार, तीर और दो खंजर भी लिए हुए है जो शनिदेव का पूर्ण रूप है। उनका पसंदीदा वाहक है काला कौवा।
इंग्लैंड की महारानी विक्टोरिया को उर्दू भाषा सिखाने का बहुत शौख था। उन्होंने उर्दू और फारसी भाषाओं को पढ़ाने के लिए इंग्लैंड में भारत से उनके महल में एक मुंशी मजहर अली को बुलाया। मुंशी की सेवा से खुश होकर उन्हों ने उस के लिए मंडावर में एक महल बनवाया, जो 1850 में...
रजा रामपुर लाइब्रेरी उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित है। यह 1774 में नवाब फैज़ुल्लाह खान द्वारा स्थापित की गयी थी। उन्होंने अपनी सारी किताबें दान में देदी जो उन्हें अपने पूर्वजों से मिली थी। यहाँ वो पुस्तके है जो उन्होंने नवाबों के तोशाखाना में रखी थी। यहाँ भारत...
जामा मस्जिद मुरादाबाद के जिले बक़ुइपुर में हमसफ़र मैरिज हॉल के सामने स्थित है। गंगा नदी का खूबसूरत नज़ारा मस्जिद से दिखाई देता है इसे रुस्तम खान ने 1631 में बनवाया था। यह जामा मस्जिद दिल्ली के लाल किले और आगरा के ताज महल की तरह एक शानदार स्मारकों के रूप में बनवाया...
भगवन राम की पत्नी के नाम पर यह सीता मंदिर बनाया गया था। दुर्भाग्य से इस मंदिर में उनकी मूर्ति नहीं है। यह जलीलपुर -चंद्रपुर सड़क पर गांव नानोर से 1 किमी दूर यह मंदिर स्थित है। और इसे सीता मंदिर मठ के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथा के आनुसार सीताजी ने यहाँ से...
शहर के सबसे भव्य धार्मिक स्थलों में से एक है। रामबाग धाम गांव कैथल के पास रामबाग रोड पर एक शांत वातावरण में स्थित है। मंदिर नौ देवी या माता पार्वती के नौ देवी रूप को समर्पित है। मंदिर के गर्भगृह में आठ अन्य देवी के साथ देवी दुर्गा की मूर्ति है।
मंदिर की...
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नजबबाद पर स्थित नजिबुदौला का किला मुगल साम्राज्य के पतन के बाद 18 वीं शताब्दी में गुलाम कादिर उर्फ नजिबुदौला द्वारा बनाया गया था. गुलाम कादिर एक कुख्यात डकैत था जिसे सुल्ताना डाकू के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ डकैत ब्रिटिश पुलिस...
बड़े हनुमान जी का मंदिर जनपद मुरादाबाद में चंदौसी के एक छोटे से शहर हनुमानघरी में स्थित है। यह मंदिर सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहाँ भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित है। यह मंदिर लगभग 400 साल पहले बनाया गया था और सीता आश्रम के मैदान के पास स्थित...