भगवन राम की पत्नी के नाम पर यह सीता मंदिर बनाया गया था। दुर्भाग्य से इस मंदिर में उनकी मूर्ति नहीं है। यह जलीलपुर -चंद्रपुर सड़क पर गांव नानोर से 1 किमी दूर यह मंदिर स्थित है। और इसे सीता मंदिर मठ के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक कथा के आनुसार सीताजी ने यहाँ से कूद कर जान देने की कोशिश की थी जिसे धरती अलग हो गई और वे उसमें समां गयी इस घटना के बाद सीता जी का मंदिर बनाया गया।