दुर्योधन मंदिर एक प्रसिद्ध पवित्र स्थल है जो मोरी के नजदीक जखोल में स्थित है। यह उत्तराखंड में स्थित सभी मंदिरों में सबसे बड़ा है। यह मंदिर हिंदू महाकाव्य महाभारत के पौराणिक पात्र दुर्योधन को समर्पित है। इस मंदिर का निर्माण सौर गाँव के निवासियों ने करवाया था। इसके...
मोरी में कैम्पिंग पर्यटकों के मध्य एक पसिद्ध गतिविधी है। यह स्थान टोंस नदी के किनारे स्थित है और कैम्पिंग के लिए आदर्श स्थान है क्योंकि यह हरे भरे जंगलों से घिरा हुआ है। यहं कई निजी रिसॉर्ट्स हैं जो पर्यटकों को कैम्पिंग की सुविधा उचित दरों पर उपलब्ध कराते हैं।...
मोरी जाने वाले पर्यटकों के लिए ट्रेकिंग एक प्रसिद्ध गतिविधी है। हर-की-दुन घाटी एवं अन्य ट्रेल प्रसिद्ध ट्रेकिंग रास्ते हैं। इस शांत स्थान में प्रकृति की सैर एक अविस्मर्णीय अनुभव है। पर्यटकों को ट्रेकिंग के लिए आवश्यक वस्तुएं साथ ले जानी चाहिए।
नेतवार एक गाँव है जो सहायक नदी रुपिन गड (धारा) एवं टोंस नदी के संगम पर स्थित है। यह गाँव एक प्राचीन पवित्र स्थल के लिए प्रसिद्ध है जो शल्य के राजा कर्ण को समर्पित है। कर्ण भगवान् सूर्य और कुंती का पुत्र था। केवल यही एकमात्र ऐसा स्थल है जहाँ ज्येष्ठ कौरव दुर्योधन...
मोरी में राफ्टिंग और कयाकिंग का सबसे अच्छा आनंद लिया जा सकता है। यात्री टोंस नदी में इन साहसिक खेलों का आनंद ले सकते है। यह नदी बंदरपूंछ चोटी से, समुद्र तल से 20720 फीट की उंचाई से, एक जल प्रपात के रूप में नीचे आती है। इसे यमुना नदी की सबसे बड़ी शाखा के रूप में...
लूनागड क्रीक मोरी में स्थित एक प्रसिद्ध पर्यटन आकर्षण है। यह स्थान टोंस घाटी के एक संकीर्ण कंठ पर स्थित है और जो एक तालाब की ओर जाता है। यह तालाब एक छोटे जलप्रपात द्वारा बना है। यह स्थान देवदार के घने जंगलों से घिरा हुआ है और आप यहाँ गुज्जर झोपड़ियाँ एवं...
चट्टानों पर चढ़ाई एवं रेप्लिंग कुछ जानी मानी साहसिक गतिविधियाँ है जिनका मोरी में आनंद उठाया जा सकता है। गाँव में चट्टानों की कई संरचनाएं हैं जो शुरूआत करने वालों के लिए उपयुक्त हैं एवं अन्य विशेषज्ञों के लिए हैं। इस क्षेत्र में ग्रेनाईट चट्टानों की खुरदुरी सतह पर...