नागूर भगवान शिव के एक मन्दिर के लिये भी प्रसिद्ध हो जो देवरा स्थलम् में से एक है। इसके अलावा यह स्थान सही रूप में शेषापुरी के नाम से जाना जाता है। भगवान शिव के दर्शन करने वाले लोग मन्दिर परिसर में स्थित कई अन्य देवी-देवताओं के दर्शन कर सकते हैं।
यही इस मन्दिर का सबसे बड़ा महत्व है। पौराणिक मान्यता के अनुसार मन्दिर को राहु और केतु का परिहार स्थलम् माना जाता है। मन्दिर परिसर के अन्दर दो वार्षिक उत्सवों का आयोजन किया जाता है। स्थानीय लोगों को मानना है कि ऊषा काल मे मन्दिर आने वाले लोग बहुत भाग्यशाली होते हैं क्योंकि यह समय बहुत शुभ माना जाता है।
इसके अलावा मन्दिर में मनाया जाने वाला मुख्य त्यौहार महाशिवरात्रि होता है जिसके अवसर पर परमात्मा की आलौकिक छटा देखते ही बनती है। नागूर के अन्य मन्दिरों की भाँति ही इस मन्दिर की स्थापत्य कला भी द्रविड़ शैली की है।