पुलीकट झील, 350 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है जहां हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते है। यहां कई दुलर्भ प्रजातियां भी पाई जाती है। यह झील, उड़ीसा की चिल्का झील के बाद सबसे बड़ी झील है। यह खारे पानी की झील है। इस झील को श्री हरिकोटा द्वीप के द्वारा...
अड्डाला मंटापम, नेल्लोर के रंगनाथस्वामी मंदिर के परिसर में स्थित है। यह स्थान, पत्थर पर किए गए काम के कारण प्रसिद्ध है। अड्डाला मंटापम या छोटा कक्ष में कई प्रकार के शीशे लगे हुए है। इस स्थान की प्रसिद्धि का एक कारण यह भी है कि यहां श्री...
नेलापट्ट पक्षी अभयारण्य, पुलीकट झील से 20 किमी. की दूरी पर स्थित है जो नेल्लोर जिले के पूर्वी तट पर बना है। नेल्लोर शहर से यहां तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस अभयारण्य में कई प्रकार के अनोखे पक्षी देखने को मिलते है जैसे - लिटिल कोरमोरंट,...
सोमसिला, नेल्लोर से 75 किमी. की दूरी पर स्थित है जो नेल्लोर ये अर्थुपल्ली से पादलकुर मार्ग पर स्थित है। यह स्थान सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। पर्यटकों को यहां आने की सलाह दी जाती है। एक एक ऐसा स्थान है जो बेहद शांत और...
पाटु रू, नेल्लोर का एक छोटा सा गांव है जो हैंडलूम साडियों और अन्य हस्तशिल्प उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। यह गांव, कोवारू, धर्मामांगुदु और कोवुरू के बीच में स्थित है। पाटू रू ही वह स्थान है जहां प्रसिद्ध तेलुगु कवि तीक्कना...
बारह शहीद दरगाह एक प्रसिद्ध समाधि है। इसे 12 महान शहीदों की स्मृति में बनवाया गया था। ऐसा माना जाता है कि यहां मन्नन मांगने पर सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। इस दरगाह पर साल में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्यौहार मोहर्रम है। मोहर्रम के दौरान, यहां...
मयपादु तट, नेल्लोर से 22 किमी. की दूरी पर स्थित है। मयपादु की ओर जाने वाली सड़क काफी अच्छी स्थिति में है। नेल्लोर से यहां तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस तट की लम्बाई अच्छी है। तट के किनारे कई होटल और रिसॉर्ट पाएं जाते है।
यह तट...
रामलिंगेश्वर मंदिर, नेल्लोर शहर से 30 किमी. की दूरी पर स्थित है। इसे रामतीर्थधाम के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव और उनकी अर्धांगनी कामक्षेम्मा को समर्पित है। इस मंदिर में इन दोनों की पूजा की जाती है। इसके अलावा, भगवान विघेनाश्वर...
श्री रंगनायक मंदिर, आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में स्थित है। इस मंदिर में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। भगवान रंगनाथ, भगवान विष्णु का ही रूप है। इस मंदिर को तालपागिरि रंगनाथस्वामी मंदिर के नाम या रंगनायकुलु के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना...
नरसिम्हा मंदिर, नेल्लोर से 13 किमी. दूरी पर स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार नरसिम्हा को समर्पित है। नरसिम्हा को भगवान विष्णु का चौथा अवतार माना जाता है। इस मंदिर को श्री वेदगिरि नरसिम्हा स्वामी मंदिर के नाम से भी...