दिनमान हरदौल पैलेस को प्राचीनकाल में दो भाइयों के बीच आपसी प्यार और सम्मान के प्रतीक रूप में निर्मित किया गया था। वास्तुकला में समृद्ध यह महल महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासत को दर्शाता है। इस पैलेस को दिनमान हरदौल के सम्मान में बनवाया गया था जिन्होंने अपने भाई जुझार के लिये जान न्यौछावर कर दिया था क्योंकि उसने इन पर अपने चिरपरिचित मित्र के साथ रूमानी सम्बन्ध होने के आरोप लगाये थे।
दिनमान हरदौल जैसी धार्मिक आत्मा वाले इन्सान की अचानक मौत के बाद लोगों ने उनके प्रति सम्मान को प्रदर्शित करने के लिये इस शानदार महल को बनवाया। इस शानदार स्थापत्य कला वाली इमारत की भव्यता महल आने वाले पर्यटकों को स्तब्ध कर देती है।
दिनमान हरदौल के सम्मान इस इमारत को बनाने वाले स्थानीय शिल्पकारों ने अपनी उच्च कोटि की कल्पना और कलात्मक कौशल का प्रदर्शन किया है। दिनमान हरदौल पैलेस विस्मयकारी संरचना है जो दो भाइयों के बीच के प्यार और सम्मान को दर्शाता है। हर वर्ष भारी संख्या में पर्यटक इस संरचना को देखने के लिये बड़ी उत्सुकता के साथ आते हैं।