लाइट हाउस का दौरा शाम को किया जा सकता है, यह 40 मीटर आरसीसी का एक शानदार वृत्ताकार टावर है। 1960 के दशक में, पारादीप में इस बड़े पोर्ट की स्थापना के बाद एक लाईट हाउस की आवश्यकाता महसूस हुई जिसके तहत 1987 में इस लाईट हाउस को स्थापित किया गया। स्थापना के एक साल बाद...
यह एक अद्भुत प्रेरणादायक समुद्री बीच है जो ठीक उसी जगह पर स्थित है जहाँ महानदी नदी, बंगाल की खाड़ी के साथ मिलती है। पारादीप का यह बीच, कटक से लगभग 95 किमी की दूरी पर और मंदिरों के शहर भुवनेश्वर से 125 किलोमीटर की दूरी पर है। निकटवर्ती रेलवे स्टेशन कटक से, और पास...
पारादीप बंदरगाह, भारत के पूर्वी समुद्री किनारे पर स्थित सबसे बड़े समुद्र तटों में से एक है, जो पारादीप पोर्ट ट्रस्ट द्वारा संचालित किया जाता है। यह ट्रस्ट भारत सरकार के स्वामित्व में है। यह पोर्ट राघवेन्द्र के द्वारा स्थापित किया गया था, इसे उड़ीसा राज्य का सबसे...
1999 के दशक में आने वाले बड़े चक्रवात में हजारों लोगों की जान चली गयी थी, यह स्मृति उद्यान उन लोगों की याद में बनाया गया था। वह चक्रवात अपने पीछे मौत और बर्बादी छोड़ गया था और उन ख़तम हुए बेक़सूर लोगों को समर्पित इस उद्यान जैसा खूबसूरत स्मृति चिन्ह कोई और नहीं हो...
पारादीप का जगन्नाथ मंदिर धर्मनिरपेक्ष भारत के उत्कृष्ट उदाहरणों में से एक है जो विभिन्नता में एकता का प्रदर्शन करता है। प्रवेश द्वार पर 60 फुट उंचा एक स्तंभ जिसे अरुणा स्तम्भ के नाम से जाना जाता है, इसके शीर्ष पर कंक्रीट का एक ठोस मेहराब इसे खूबसूरती प्रदान करता...
पारादीप के इस समुद्री एक्वेरियम में मछलियों का अद्भुत संग्रह है। यह मछलियों के अद्भुत संग्रह के साथ इतना जीवंत है कि अपनी आँखों पर विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। मछलियाँ यहाँ की विशेषता हैं, केवल खाने के लिए ही नहीं बल्कि अपनी प्रजातियों के लिए भी।
पोर्ट...