पुंछ से 7 किमी. की दूरी पर स्थित ननगाली साहिब गुरूद्वारा जिले का सबसे प्राचीन धार्मिक स्थल है। इसका निर्माण 1803 में संत भाई फेरू सिंह के चौथे वशंज ठाकुर भाई मेला सिंह ने करवाया था। सिंह राजवंश के पहले राजा रणजीत सिंह, सन् 1814 में यहां आएं थे जिसके पश्चात् उन्होने इस गुरूद्वारे के पास 4 गांव की स्थापना भी की।
1947 में कुछ अराजक तत्वों द्वारा इस धार्मिक स्थल को तोड़ दिया गया था, जिसे बाद में मंहत बछीतार सिंह ने दुबारा बनवाया। इस गुरूद्वारे में हर रविवार को विशेष पाठ पढ़ा जाता है। हर साल वैसाखी पर्व के दौरान यहां श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है।