पुलिकट पक्षी अभयारण्य (जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुलिकर झील वन्यजीव अभयारण्य के नाम से जाना जाता है) इस छोटे से शहर पुलिकट का मुख्य आकर्षण है। अभयारण्य का सुरक्षित क्षेत्र लगभग 481 वर्ग किमी में फैला हुआ है जिसमें आंध्र प्रदेश और तमिलनाडू के कई जिले आते हैं। उड़ीसा की चिल्का झील के बाद यह देश का सबसे बड़ा खारे पानी का परिस्थितिक तन्त्र प्रस्तुत करता है और यही कारण है कि यह देश भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
इस अभयारण्य की रोमांचक जैव विविधता पर्यटकों को और वन्य जीवन के प्रति उत्साही लाखों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इस अभयारण्य के पक्षीजीवन में ग्रेटर फ्लेमिंगो, पेलिकन, सी गल, एग्रेट्स, हेरोंस के अलावा बतखों और चीलों की कई प्रजातियाँ सम्मिलित हैं। इस अभयारण्य का क्षेत्र तमिलनाडू वन्य विभाग और आंध्र प्रदेश वन्य विभाग के अंतर्गत आता है।
यह अभयारण्य कई प्रवासी पक्षियों का मौसमी आवास है और यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी के बीच का है। पर्यटन विभाग द्वारा प्रति वर्ष दिसंबर-जनवरी में यहाँ फ्लेमिंगो फेस्टिवल आयोजित किया जाता है और इसे देखने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में यहाँ आते हैं।