कमबाला टैंक और कमबाला चौल्ट्री को 1845 में बनवाया गया था। कमबाला चौल्ट्री का निर्माण कमभम नरिसंह राय पनतुलु ने करवाया था और इसका इस्तेमाल हिंदूओं के अंतिम संस्कार के लिए किया जाता था। कमबाला टैंक भी संबंध भी इसी काल से है और इसे कमभाला चेरुवु और कमभम वारी चेरुवु के नाम से भी जाना जाता है।
कमभम चौल्ट्री को बनाने में जिस ईंट का इस्तेमाल किया गया है, उसे कमबाला टैंक की खुदाई से निकली मिट्टी से बनाया गया था। हालांकि बाद में टैंक को एक स्टेडियम में बदलने की योजना थी, पर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण ऐसा नहीं हो सका। वैसे इसे एम्यूजमेंट पार्क बनाने के लिए यहां पेड़ पौधे लगाए जा रहे हैं।