दामेरला रामा राव आर्ट गैलरी की स्थापना दामेरला रामा राव की याद में किया गया था, जो कि राजामुंद्री में ही पले बढ़े थे। उनके निधन के 92 साल बाद से यहां उनके कुछ उत्कृष्ट कलाओं का नियमित प्रदर्शन किया जाता रहा है। दामेरला रामा राव ने पेंटिंग में क्रांतिकारी बदलाव लाए और पेंटिंग की आंध्र शैली को उन्होंने नए सिर से परिभाषित भी किया।
अगर आपको कला से प्रेम है तो यहां जरूर जाएं। दामेरला रामा राव ने कला सीखने के लिए शिक्षण संस्थान भी बनवाए थे। राजामुंद्री चित्र कलाशाला ऐसे संस्थानों कए एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने न सिर्फ अपनी कला से दुनिया को अवगत कराया, बल्कि कला के बारे में जानकारी भी दी और समाज में इसके उपयोग के बारे में भी बताया।
देखा जाए तो उन्होंने अकेले ही राजामुंद्री को ललित कला के क्षेत्र में पहचान दिलाई। दामेरला रामा राव आर्ट गैलरी में उनके पेंटिंग्स को प्रदर्शित कर उन्हें श्रद्धांजली दी जाती है। शुक्रवार और सार्वजनिक छुट्टी वाले दिन को छोड़कर यह आर्ट गैलरी हर दिन सुबह 10.30 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहती है।