रेवाड़ी हरियाणा के रेवाड़ी जिले में स्थित एक शहर है। दिल्ली से 82 किलोमीटर दूर स्थित,यह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अंग है। इतिहास कहता है कि हेमू, भारत का अंतिम हिन्दू सम्राट, रेवाड़ी में पला बढ़ा व शिक्षित हुआ। उनकी हवेली अभी भी शहर के कुतबपुर इलाके में मौजूद है। अपने समय में, सम्राट नें तांबे की चादर, बर्तन, और पीतल के निर्माण हेतु एक धातु उद्योग की नींव रखी थी। यह अभी भी इन उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। रेवाड़ी हरियाणा में गुड़गांव जिले का एक हिस्सा था। यह बाद में महेंद्रगढ़ का एक हिस्सा बना तथा 1989 में तब तक रहा, जब तक यह एक स्वतन्त्र जिला नहीं बन गया।
रेवाड़ी तथा आसपास के पर्यटक स्थल
रेवाड़ी का मुख्य आकर्षण रेवाड़ी हेरिटेज स्टीम लोकोमोटिव संग्रहालय है। शेड आवास संग्रहालय 1893 में बनाया गया था और यह भारत का एकमात्र ऐसा संग्रहालय है जहां भाप के कुछे इंजन हैं जो कठिन यात्राओं के क्षय से बच पाये हैं।1990 से भाप इंजनों के सक्रिय सेवा से हटा देने के बाद से यह उपेक्षित रहे। हालांकि, दिसंबर 2002 में शेड को भाप इंजन के एक विरासत संग्रहालय की मेजबानी के लिए रेलवे अधिकारियों द्वारा पुन: कोशिश की गई।
रेवाड़ी मौसम
रेवाड़ी की जलवायु शुष्क, अर्ध-शुष्क जलवायु है। यहां गर्मियां, सर्दियां और मानसून: यह तीनों मौसमों का अनुभव होता है।
रेवाड़ी तक कैसे पहुंचे
रेवाड़ी अच्छी तरह से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यह एक प्रमुख रेलवे जंक्शन भी है।