खासपुर कछारी के राजाओं की मध्ययुगीन राजधानी थी। आज यह खंडहर में निहित है, हालांकि एक महल खासपुर की महिमा समेटे हुए है। हालांकि खंडहर भी इस बात के संकेत देते हैं कि एक समय था जब, इस इलाके में ढेर सारी गतिवधियां होती थीं। खासपुर विशेष रूप से कछारी किले के लिए जाना जाता है। कछारी किला कछारी राजवंश के शाही स्थान को दर्शाता है।
सादे महल के अलावा श्हसं एक सूर्यद्वार (सूर्य के प्रवेश द्वार) और देवालय (देवताओं का घर) भी वहाँ है। 18वीं सदी के मध्य में खासपुर दिमासा कछारी शासन के अधीन आ गया, जब कोच के राजा (जिन्होंने तब तक इलाके पर राज किया) बिना वारिस के मर गये। एक बार जब यह दिमासा कछारी राजाओं के अधीन आ गया, कछारियों ने इसे अपनी राजधानी बनाया और बाद में कछारी किले का निर्माण किया है। पर्यटक खासपुर जाने के लिये टैक्सी बुक कर सकते हैं।