कोल पार्क को चित्रलेखा पार्क के नाम से भी जाना जाता है (इसका नाम वर्तमान में ही परिवर्तित किया गया है।) इस पार्क का नाम पौराणिक चरित्र चित्रलेखा के नाम पर रखा गया है जो राजकुमारी उषा की सहेली थी और एक उत्कृष्ट चित्रकार भी थी। पार्क के मध्य में घोड़े की नाल के आकार की झील है। झील के चारों ओर फैले मैदान सुरम्य हैं।
चारों ओर हरियाली फ़ैली हुई है और शाम के समय यहाँ की हरी घास पर बैठकर समय बिताना बहुत आरामदायक होता है। कोल पार्क प्रसिद्ध भोमोरागुरी शिलालेखों के लिए भी प्रसिद्ध है, जिसमें ब्रह्मपुत्र नदी पर बने पुल की योजना बताई गई है।
पुरानी भोमोरागुरी योजना के अलावा वर्तमान कोलिया भोमोरा पुल की जानकारी भी जनता की जानकारी के लिए दिखाई गई है। कोल पार्क में पत्थर के दो सजावटी स्तंभ भी हैं जिन्हें बामुनी पहाड़ी के अवशेषों से लाया गया है।