बालासुब्रमण्यम मंदिर, थेनी जिले के पेरीयाकुलम में स्थित एक विख्यात मंदिर है, जो तमिलनाडु में बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण चोल वंश के राजा राजेन्द्र चोल ने किया था। यह मंदिर भगवान मुरूगन को समर्पित है। इस मंदिर के मुख्य देवता की 6 सिर वाली मूर्ति मंदिर में स्थित है। इस मंदिर में स्थापित मूर्ति को जमीन से प्राप्त किया गया था।
तमिलनाडू में सबसे ज्यादा बालासुब्रमण्यम मंदिर में दर्शन किए जाते है। यह मंदिर लगभग 200 साल पुराना है। इस मंदिर के पिछले हिस्से में वारहा नदी बहती है। किंवदंतियों के अनुसार, राजा राजेन्द्र चोल ने एक बार धोखे से सुअर को मार ड़ाला था, जब वह अपने बच्चें को भोजन खिला रहा था।
इसके बाद, महान चोल शासक ने देखा कि भगवान मुरूगन, सुअर को भोजन खिला रहे है। इसके बाद, राजा ने इस स्थान पर एक मंदिर का निर्माण करवा दिया। यह मंदिर बेहद सुंदरता से अलंकृत है। यह मंदिर, दक्षिण भारत के काशी के रूप में जाना जाता है।