मावुथु, थेनी से 35 किमी. दूरी पर स्थित है और यह अनीपट्टी से 20 किमी. दूरी पर बसा है। यह स्थान यहां बने हुए वेलाप्पर मंदिर के कारण प्रसिद्ध है जो वारूशानद हिल्स पर स्थित है। यह मंदिर, भगवान विनायक को समर्पित है। यहां एक और मंदिर है जो...
वैगाई बांध को मुल्लाई नदी पर अंदीपट्टी गांव के पास बनाया गया है। यह बांध, थेनी से 25 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस बांध के क्षेत्र के आसपास पर्यटक, पिकनिक मनाने अपने परिवार के साथ आ सकते है। बांध के पास में ही बच्चों के लिए एक पार्क, एक चिडियाघर और एक...
सोथुप्पाराई बांध, वागारा नदी पर कोडाईकनाल पहाडी पर बना हुआ है। यह बांध, पेरियाकुलम से 12 किमी. दूरी पर स्थित है। यह एक शानदार पिकनिक स्थल है जहां परिवार और दोस्तों के साथ सैर के लिए जाया जा सकता है। यहां की सड़कों पर दोनो ओर आम के घने वृक्ष लगे...
गाउमारियाम्मन मंदिर, पांड्या के राजा वीरापांडिया कट्टाबोम्मन द्वारा 14 वीं सदी में बनवाया गया था। स्थानीय मान्यता के अनुसार, राजा वीरापांड्या ने एक स्वप्न में देवी गाउमारियाम्मन और कन्न्ेश्वरामुदियार को देखा था और...
देवादानापट्टी कामाक्षी अम्मन मंदिर, थेनी से 27 किमी. की दूरी पर स्थित एक मंदिर है जो एक छोटे से गांव में स्थित है। यह मंदिर, मंजल नदी के पास में स्थित है। इस मंदिर के मुख्य द्वार हमेशा बंद रहते है और पूरी पूजा सिर्फ दरवाजे पर ही होती है। महारात्रि के...
कुम्बाक्काराई झरना, कोडाईकनाल पहाडी पर पश्चिमी घाट पर स्थित झरना है। यह पेरियाकुलम से 9 किमी की दूरी पर स्थित है। थेनी से इस झरने की दूरी 24 किमी. है। यह झरना, प्राकृतिक झरना है। यहां कई चिडि़यां आती है। इस झरने के दो चरण है। यहां पानी 400 मीटर की ऊंचाई...
चिन्ना सुरूली झरना को क्लाउडलैंड झरना के नाम से जाना जाता है जिसकी उत्पत्ति मेघामाली पहाड़ी से हुई है। यह झरना, थेनी से 54 किमी. की दूरी पर कोमबैथोझु गांव के पास स्थित है। इस पूरे झरने से चांदी से चमकते बादल सुंदर दृश्य प्रदान करते है। यह झरना,...
कैलाशनाथर मंदिर गुफा, सुरूली झरने के पास में स्थित है। यह मंदिर गुफा, समुद्र स्तर से 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तमिल महाकाव्य सिलाप्पाथीकरम में कहा गया है कि आदिकाल के दौरान इस मंदिर गुफा में त्यौहारों का आयोजन किया जाता था। इस मंदिर में एक...
सुरूली झरने में 18 गुफाएं स्थित है जो 18 सदी में बनाई गई है। यह झरना, थेनी से 56 किमी. दूरी पर स्थित है। यह झरना दो चरणों में ऊपर से नीचे आता है। झरना 150 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इस झरने का पानी ऊपर से गिरकर एक पूल में एकत्र में हो जाता है। मेघामलाई से सुरूली...
कुचानुर, यहां स्थित शनि मंदिर के कारण विख्यात है। माना जाता है कि यहां भगवान शनि निवास करते है। अत:, इस शहर का नाम भगवान शनि के नाम कुचानुर के नाम पर ही रखा गया। यह मंदिर काफी पुराना है और विद्धानों का मानना है कि यहां शनि देवता निवास करते है। यह मंदिर भगवान...
बोदी मेट्टु, थेनी में स्थित तमिलनाडु का सबसे सुंदर हिल स्टेशन है। यह हिल स्टेशन, पश्चिमी घाट की गोदी में समुद्र स्तर से 4500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक सुंदर पर्यटन स्थल है। हर साल यहां हजारों पर्यटक सैर के लिए आते है। बोदी मेट्ट में कई...
शानमुगनाथी बांध, मेघामाली पहाडियों पर स्थित एक सुंदर दृश्य वाला स्थान है। यह बांध, थेनी जिले में शनमुगहा नदी पर बना हुआ है। थेनी के कुछ स्थानों अप्पीपट्टी, वेल्लाईम्मापुरम, पुष्कराईकोउदन पट्टी, उदाईपट्टी, सेपालाकोट्टाई और...
तीर्थ थोट्टी, थेनी से लगभग 19 किमी. की दूरी पर स्थित है और यहां से पेरियाकुलम 2 किमी. की दूरी पर है। मदुरई - कोच्चि मार्ग पर तीर्थ कोट्टी स्थित है। यह एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है जहां भगवान सुब्रमण्यम मंदिर स्थित है। यह मंदिर लगभग 1000 साल पुराना है।
...बालासुब्रमण्यम मंदिर, थेनी जिले के पेरीयाकुलम में स्थित एक विख्यात मंदिर है, जो तमिलनाडु में बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण चोल वंश के राजा राजेन्द्र चोल ने किया था। यह मंदिर भगवान मुरूगन को समर्पित है। इस मंदिर के मुख्य देवता की 6 सिर वाली...
मेघामलाई पहाड़ी, थेनी से 70 किमी. की दूरी पर पश्चिमी घाट पर स्थित है। यह समुद्र स्तर से 500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान समृद्ध जीवों और वनस्पतियों से घिरा है। यहां लगभग 100 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती है। पक्षी प्रेमियों के...