वालपराई आने का सबसे उत्तम मौसम मार्च से मई के बीच का है जब तापमान और बारिश दोनों ही अनुकूल होते हैं।
गर्मियों में तापमान 15-25 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है। गर्मी का मौसम मार्च से मई तक रहता है और वालपराई आने के लिए यह एक अच्छा समय है। मानसून के दौरान भारी बारिश होने के कारण यहाँ आने की सलाह नहीं दी जाती। यहाँ की हरियाली आपको यहाँ आने और इसमें डूब जाने को प्रेरित करती है।
मानसून में तापमान काफ़ी कम हो जाता है और 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे ही रहता है। वालपराई में दक्षिण भारत की सबसे अधिक वर्षा होती है, खासकर चिन्नाकलर में। मानसून के दौरान यहाँ औसतन 350-500 सेमी. तक बारिश होती है। इस समय यहाँ केवल अतिउत्साही यात्री ही आते है, पर इस दौरान आप वालपराई और इसके आसपास कई जलप्रपात देख सकते हैं।
ठंड में यहाँ का तापमान 0 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। इस दौरान औसतन तापमान 0-10 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। ठंड में यहाँ आने की सलाह नहीं दी जाती। ठंड काफी तेज़ होती है और इस कारण आप यात्रा का पूर्ण आनंद नहीं उठा पायेंगे