वेलंकन्नी चर्च, जिसे ‘बासिलिका ऑफ़ आवर लेडी ऑफ़ गुड हेल्थ’ के नाम से जाना जाता है, पवित्र शहर वेलंकन्नी का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। सोलहवीं शताब्दी के मध्य में इस चर्च का निर्माण एक झोपड़ी की तरह किया गया था पर बाद में वर्ष 1771 में यह एक परीश चर्च बन गई।
वर्ष 1962 में इसे पोप जॉन XXX।।। द्वारा ‘माइनर बासिलिका का विशेष दर्जा’ दिया गया। यह पवित्र स्थल सुबह पांच बजे से लेकर शाम को नौ बजे तक खुला रहता है। इस दौरान दिन के विभिन्न समयों पर तमिल, मलयालम और अंग्रेज़ी में सामूहिक प्रार्थनाएं की जाती हैं। इसके अतिरिक्त नोवेना प्रार्थना, रोजरी और शाम की प्रार्थनाएं शाम को छह बजे की जाती हैं।
वर्ष 1974-75 में लौर्देस, फ़्रांस की बासिलिका की तर्ज़ पर इस बासिलिका का विस्तार किया गया। आजकल वेलंकन्नी चर्च को ‘पूर्व का लौर्देस’ कहा जाता है। इस चर्च में सितंबर में होने वाली फीस्ट में और क्रिसमस के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं।