वेल्लोर में श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर को मलईकोडी के रूप में जाना जाता है और यह एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक जगह है। पूरे मंदिर की डिजाइन नारायणी अम्मा द्वारा बनायी गई थी। इस मंदिर की मुख्य विशेषता यह है कि यह देवी महालक्ष्मी को समपिर्तत है और मंदिर के अंदर व बाहर दोनों तरफ सोने की कोटिंग है।
श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर पर सोने की मानव द्वारा निर्मित लगभग नौ से पंद्रह सोने की परतें हैं, जिन्हें शिलालेखों द्वारा सजाया भी गया है। इस मंदिर में शिलालेख की कला वेदों से ली गई है। इस मंदिर में आने वालों को एक सख्त ड्रेसकोड का पालन करना होता है।
श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर के अंदर प्रवेश करते समय शॉर्ट पैंट, मिडी और केपरी मना है। मोबाइल फोन, कैमरा और अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम, तंबाकू, शराब और ज्वलंतशील सामान अंदर ले जाना सख्त मना है। साल के सभी 365 दिन सुबह 8 से रात्रि 8 के बीच श्रीपुरम स्वर्ण मंदिर भक्तों के लिये खुला रहता है। मंदिर में अभिषेकम सुबह 4 बजे से 8 बजे तक होता है और आरती सेवा शाम 6 से 7 बजे के बीच आयोजित की जाती है।