वेदान्थांगल, तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है जो अपने पक्षी अभयारण्य के लिए बहुत अच्छे से जाना जाता है। वेदान्थांगल पक्षी अभयारण्य (आधिकारिक तौर पर वेदान्थांगल झील पक्षी अभयारण्य के रूप से नामित है) को देश के सबसे पुराने पक्षी अभयारण्यों में से एक के होने का गौरव प्राप्त है।
लगभग 250 सालों से इस अभयारण्य को यहां के स्थानीय निवासियों द्वारा संरक्षित किया गया है, जो इस अभयारण्य की अच्छी अवस्था से पता चलता है। यह अभयारण्य 74 एकड़ के क्षेत्र में फैला है और चेन्नई शहर से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर है।
इतिहास अनुसार लगभग तीन सौ साल पहले, इस क्षेत्र को स्थानीय राजाओं और जमींदारों द्वारा शिकार खेलने के लिए इस्तेमाल किया जाता था। इस स्थान का नाम सच में इस ऐतिहासिक तथ्य की पुष्टि करता है: जब तमिल शब्द वेदान्थांगल का अनुवाद किया जाए तो इसका अर्थ "शिकारी का गांव" होता है।
वेदान्थांगल और उसके आसपास के पर्यटक स्थल
वेदान्थांगल के क्षेत्र में कई छोटी झीलें रणनीतिक रुप में स्थित है, जो विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करती हैं। अंग्रेजों के शासनकाल दौरान वेदान्थांगल को एक पक्षी अभयारण्य में तब्दील कर दिया गया, जिन्हें इस क्षेत्र में पक्षियों के महत्व का एहसास हुआ। सरकार के आदेश अनुसार इस क्षेत्र को उन्नीसवीं सदी के मध्य में एक पक्षी अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया, और उसके बाद से यह गांव एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बन गया है।
कई विविध पक्षियों का आवास स्थान होने के अलावा, वेदान्थांगल अनगिनत प्रवासी पक्षियों के लिए एक प्रवासी निवास स्थान के रूप में भी कार्य करता है जिसमें पिन्टेल, नीले पंखों वाली बतख, कलहंस, ग्रे वेग्टेल और टिटहरी शामिल हैं। वेदान्थांगल पक्षी अभयारण्य से लगभग 9 किमी दूर कारीकिली पक्षी अभयारण्य है, और यात्री केवल एक दिन की यात्रा में इन दोनों अभयारण्यों को देखने की योजना बना सकते हैं।
वेदान्थांगल की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय
वेदान्थांगल की यात्रा करने के लिए मानसून (नवंबर) के बाद का समय और गर्मियों (मार्च) की शुरूवात से पहले का समय सबसे अच्छा है।
कैसे पहुंचें वेदान्थांगल
वेदान्थांगल सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह जुड़ा है और आप एक या आधे घंटे के भीतर चेन्नई से वेदान्थांगल पहुंच सकते हैं।