अमरावती, आंध्र प्रदेश के दक्षिण भारतीय राज्य के गुंटूर जिले में कृष्णा नदी के तट पर स्थापित एक छोटा शहर, है।यह स्थान यहां स्थित अमरेश्वर मंदिर की वजह से दुनिया भर में सबका ध्यान आकृषित करता है। अमरावती यहां स्थित सबसे बड़े बौद्ध स्तूपों में से एक स्तूप के लिए भी प्रसिद्ध है। माना जाता है कि यह स्तूप मौर्य साम्राज्य की स्थापना से पहले का बना हुआ है।
उस समय इस स्थान को धान्यकटक या धरणीकोटा के रूप में जाना जाता था। यह सातवाहनों की राजधानी था, जो प्रथम आंध्र शासक थे और उन्होंने दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से तीसरी ईस्वी शताब्दी के बीच इस राज्य की स्थापना की थी।
अमरावती में ही भगवान बुद्ध नें में उपदेश किया था तथा कालचक्र समारोह का आयोजन किया था। इन सब बातों का प्रमाण वज्रयान में है जो ऐतिहासिक रूप से इस तथ्य को साबित करता है कि 500 ईसा पूर्व में भी अमरावती अस्तित्व में था।
अमरावती आसपास के पर्यटक स्थल
आज शहर यहां स्थित अमरावती स्तूप एवं पुरातात्विक संग्रहालय जैसे आकर्षणों की उपस्थित के कारण एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। कृष्णा नदी के तट, स्थानीय लोगों के लिए एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है और बहुत सारे पर्यटकों को आकर्षित करता है। शहर, जो एक लोकप्रिय गंतव्य है, सड़क, रेल और नाव के माध्यम से बहुत सुगम है।
अमरावती तक कैसे पहुंचे
निकटतम हवाई अड्डा विजयवाड़ा शहर में है. हालांकि, राज्य सरकार राज्य के विभिन्न भागों से अमरावती शहर के लिए नियमित बसें चलाती है।
अमरावती मौसम
शहर में वर्ष भर उष्णकटिबंधीय जलवायु का अनुभव होता है, इसलिए, गर्मियां बेहद गर्म और शुष्क होती हैं, तथा सर्दियां कड़ाके की होती हैं। इस स्थान में निहित इतिहास की कई परतें इसे इतिहास प्रेमियों के लिए एक पसंदीदा स्थल बनाती हैं।