बांदीपोर शहर जिसे वूलर का पोर्ट भी कहा जाता है, वूलर झील के पूर्वी किनारे पर स्थित है, जो एशिया की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक है। यहां जम्मू और कश्मीर के प्रसिद्ध मुगल गार्डन निशात बाग जैसी संरचना पर एक पार्क का निर्माण किया गया है जो पर्यटकों की एक बड़ी संख्या को आकर्षित करता है।
यह शहर अपने फॉरेस्ट ट्रेनिंग और रिसर्च इंस्टिट्यूट (वन प्रशिक्षण और अनुसंधान केंद्र) के लिए जाना जाता है। इसके अलावा इस शहर में राज्य की सबसे बड़ी इस्लामी धार्मिक संस्था दारुल – उल्म – रहमिया भी है। बांदीपोर शहर गतिविधयों जैसे ट्रेकिंग, फिशिंग और पर्वतारोहण के लिए भी प्रसिद्द है।
वे पर्यटक जो पर्वतारोहण करना चाहते हैं उन्हें शहर के पूर्वी क्षेत्र में स्थित माउन्ट हरमुख की सैर अवश्य करनी चाहिए। माउन्ट हरमुख के रास्ते में पर्यटक शीरा सिर में अपना केम्प (शिविर) लगा सकते हैं जिसे ‘आत्माओं की झील’ भी कहा जाता है। यहां स्थित अरिन नाले में मछली की कई प्रजातियां जैसे ग्रे ट्राउट, सिल्वर ट्राउट और रेनबो ट्राउट पाई जाती हैं।